मेरी फितरत समझने के लिए बस इतना जान लो, जो शख़्स एक बार शायद तुम्हें मालुम नही की राजा कभी अकेला नही होता। “वो पसंद ही क्या? जिसको पसं�
मेरी फितरत समझने के लिए बस इतना जान लो, जो शख़्स एक बार शायद तुम्हें मालुम नही की राजा कभी अकेला नही होता। “वो पसंद ही क्या? जिसको पसं�